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-लाखों मूल्य के सैकड़ों किलो ड्रग्स सहित ३ गिरफ्तार 

स्थानिक अपराध शाखा ने किया मुख्य आरोपी को बंगलोर से किया गिरफ्तार
पालघर (आर आर सिंह) पालघर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में स्थानिक अपराध शाखा की ओर बड़े पैमाने पर जिले के ड्रग्स माफियाओं पर कार्रवाई की गयी है| शाखा की इस कार्रवाई में लाखों रूपये मूल्य के सैकड़ों किलो ईपीड्रीन नामक ड्रग्स बरामद किया गया है| शाखा की ओर से ३ आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है| जिले को ड्रग्स निर्मूलन बनाने के लिए शाखा की ओर से मुख्य आरोपियों को कर्नाटक राज्य के बंगलोर से गिरफ्तार किया है| पुलिस ने उक्त मामले में भादंसं की धारा १९८५ के तहत ९(क),२५(अ),२७(अ),२९ के तहत मामला दर्ज किया है| इस घटना से ड्रग्स माफियाओं में हड़कंप सा मचा हुआ है|
ज्ञात हो कि पालघर जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में ड्रग्स माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर अम्लीय व नशीले पदार्थों का कारोबार किया जाता आ रहा है| जिले में इन ड्रग्स माफियाओं द्वारा युवा पीढ़ियों को अपना निशाना बना रही है| खासकर इनके द्वारा स्कूल-कॉलेज और क्षेत्र के पर्यटनों स्थलों को ड्रग्स सप्लाई का अड्डा बनाया गया है| ड्रग्स माफियाओं द्वारा जिले के भिन्न-भिन्न स्थानों पर एजेंटों द्वारा ड्रग्स की सप्लाई की जाती है| यहां से फिर इनके द्वारा जिले के युवा पीढ़ी में वितरण की जाती है| इन माफियाओं द्वारा जिले के युवा पीढ़ी को ही नहीं अपितु देश नशे के गर्त में डुबोना चाहते है| मामले को गंभीरता से लेते हुए पालघर जिला पुलिस अधिक्षक मंजुनाथ सिंगे के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक प्रशांत लांगी, सहायक पुलिस उपनिरीक्षक महादेव वेदपाठक, पुलिस हवलदार प्रदीप पवार, मोरे, वलवी, पुलिस नाईक सचिन दोरकर और पुलिस सिपाही अमोल कोरे आदि की एक टीम गठित की गयी| गौरतलब है कि ३ नवंबर २०१७ को तालसरी पुलिस स्टेशन अंतर्गत दुग्ध परियोजना के फॉर्म हाऊस में पालघर स्थानिक अपराध शाखा की एक टीम को एक फॉर्च्यूनर गाड़ी सहित ५.२५०किलो और  २४.६९० किलो का आयसोसॉफरॉल नामक ड्रग्स और उसके प्रयोग में लगने वाले उपकरण, बुक, दो मशीन व अन्य सामग्री सहित कुल शाखा को ४० करोड़ रुपये का मॉल बरामद हुआ था| उक्त मामले के मुख्य आरोपी फैय्याज अहमद रसूल शेख और उसके दो साथियो के संलिप्त होने की जानकारी भी मिली| ड्रग्स सप्लाई का मुख्य सूत्रधार फैय्याज शेख अपने परिवार से मोबाइल पर नेट कॉलिंग का उपयोग करता है,जिसको पकड़ने के लिए पुलिस ने अपनी जाल बिछायी| २७ दिसंबर, २०१७ को पालघर स्थानिक अपराध शाखा, पालघर की पुलिस टीम को बंगलोर के लिए रवाना किया गया| बंगलोर की स्थानिक अपराध शाखा भी फैय्याज की तलाश के लिए छानबीन शुरू कर दी| रात्री की मेहनत के बाद भी प्रमुख आरोपी फैय्याज शेख की कोई जानकारी नहीं मिल सकी| पालघर स्थानीय अपराध शाखा की टीम को अन्तोगत्वा सफलता मिल ही गयी| २२ जनवरी २०१८ को बंगलोर क्षेत्र में ड्रग्स का प्रमुख सूत्रधार अपने साथी साजिद शेख के साथ एक सेंट्रो कार में जाते हुए पुलिस को दिखाई दिए| उसी समय टीम द्वारा उसका पीछा किया गया| आरोपियों को अगले सिग्नल पर फैय्याज और साजिद को धर दबोचा गया| इसी तरह से पालघर पुलिस अधीक्षक सिंगे और अप्पर पुलिस अधीक्षक राज तिलक रोशन के मार्गदर्शन में नालासोपारा और विरार पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में २४ जनवरी को नालासोपारा पश्चिम अंतर्गत स्थित हनुमान नगर में एक व्यक्ति द्वारा ड्रग्स सप्लाई करने के लिए आने की पुलिस टीम को सूचना दी गयी| सूचना के आधार पर सहायक पुलिस निरीक्षक शिवराम तुगावे द्वारा पुरे क्षेत्र में पुलिस टीम एक जाल बिछाया गया| इसी बीच पुलिस को सिरकी लासमेन डुमैया, द्वारिका , पश्चिम दिल्ली के रहने वालों को संदिग्ध अवस्था पाया गया| तुगावे की टीम द्वारा उसकी तलाशी ली गयी तो ३१० ग्राम मॅफीड्रीन नामक ड्रग्स (एमडी) बरामद किया गया| पुलिस के अनुसार डुमैया से बरामद ड्रग्स का बाजार मूल्य ६,००,००० रुपये के आसपास आंकी गयी है| पुलिस ने एनडीपीएस की धारा १९८५ के तहत ८(क), २० के तहत मामला दर्ज किया गया है| मामले की छानबीन पुलिस उपनिरीक्षक महेश चव्हाण कर रहे है|  

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