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-ओवर लोडिंग करने वाले अब किसी भी सूरत में नहीं बच पाएंगेंः संभागीय परिवहन अधिकारी डा. अनिल कुमार गुप्ता

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। जिले में ओवरलोडिंग करने वाले ट्रक ऑपरेटर व ट्रक ड्राइवर अब तीसरी नजर की कैद में आ चुके हैं। ओवर लोडिंग करने वाले अब किसी भी सूरत में नहीं बच पाएंग। जिले के संभागीय परिवहन अधिकारी डा. अनिल कुमार गुप्ता द्वारा ऐसे ट्रकों का पहचान कर लिया गया है जो ओवरलोडिंग की ढुलाई करते रहे हैं। विगत 2 दिनों के अंदर लगभग 4000 ट्रक मालिकों के पास ई चालान भेज दिया गया है और जब तक पेनल्टी जमा नहीं किया जाएगा तब तक इनका परमिट कैंसिल रहेगा। मजे कि बात है कि ऐसा होने से हिंदुस्तान के किसी भी राज्य से इनको दोबारा परमिट जारी नहीं हो सकेगा जब तक इनके ऊपर लगे पेनाल्टी को सरकारी खजाने में जमा नहीं कर दिया जाता है। जानकारी के मुताबिक सर्वाधिक ओवर लोडिंग करने वाले ट्रकों में मुख्य रूप से खनिज संपदा जैसे बालू, मौरंग, गिट्टी, ईंट, बोल्डर आदि ढुलाई करने वाले ज्यादा है जो कैमरे की नजर की गिरफ्त में आ गए हैं। परिवहन विभाग अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाकर नोटिस जारी करने में लगा है। जानकारी के मुताबिक ऐसे ट्रको का पहचान कैमरे की निगाह से कराए गए है व कांटा पर्ची से चिन्हित भी किया गया है। तमाम ऐसे ट्रक आपरेटर हैं जो अंडर लोड को ज्यादा पसंद करते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को सलाह दिया है कि इस तरीके से जो खुलेआम ओवरलोडिंग करते हैं उनको रोक पाना सिर्फ परिवहन विभाग के बस की बात नहीं हो सकती उसमें पूरी उर्जा और तन्मयता के साथ पुलिस विभाग परिवहन विभाग खनिज विभाग व जिला प्रशासन की एकजुटता अनिवार्य है। परंतु यह एकजुटता की बात अल्पकाल के लिए ही हो पाता है, जिससे इसका लाभ ओवर लोडिंग करने वाले भरपूर लेते हैं। यदि ओरिजिन पॉइंट से ही जहां से गाड़ियां लोड होती हैं वही से ओवरलोड लादने पर रोक लगा दिया जाय तो इस समस्या से बखूबी निपटा जा सकता है और जो इस काले धंधे में लगे हैं उनका भी काला जाल तोड़ा जा सकता है। चालान भेजने वाले लिस्ट में उन लोगों को रियायत दी जा रही है जिनका सरकारी मानक के अनुसार सम्पूर्ण वजन का पांच प्रतिशत ही ओवर लोड हो। इस तरीके की चालान में अब ट्रक पहचान के चालान करने की गुंजाइस नहीं रहेगी इसमें सभी प्रमाण के साथ निष्पक्षता के साथ चालान कर दिया जायेगा जिससे कार्य में पूरी तरीके से पारदर्शिता भी बनी रहेगी। मगर इसमें वो ट्रक विभाग के नजर में आने से बच सकते है जो चिन्हित किये गए टोल टेक्स पॉइंट पर नहीं जाते मगर विभाग ऐसे गाड़ियों को उडाकदल की मदद से व अन्य पुरानी वयवस्था के तहत ही पकड़ेगा।



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