-भीषण सर्दी व गलन से मरीजों की बढी संख्या, खांसी जुखाम से लोग हुए प्रभावित
-भीषण सर्दी में अलाव तापते आम लोग
कन्नौज,हिन्दुस्तान की आवाज़,अनुराग चौहान
कन्नौज। घने कोहरे के साथ कडाके की सर्दी कम होने के बजाय अपना बिकराल रूप धारण करती जा रही है। जिससे बुजुर्ग व बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे है। गुरूवार को सुबह के समय कडाके की सर्दी के बाद सूर्यदेव ने अपने आभा मंण्डल से प्रचंड किरणों के साथ चटख धूप विखेर कर आम लोगों को ठण्ड से राहत दी किन्तु साम के समय सूर्य के अस्तांचल ने जाते ही सर्दी ने समूचे वातावरण को अपने आगोस में ले लिया। हालांकि नगर क्षेत्र में कोहरे का प्रभाव कम रहा लेकिन जनपद के अन्य स्थानों पर घने कोहरे का प्रभाव अधिक रहा जहां चंद कदम की दूरी पर भी कुछ भी देख पाना सम्भव नहीं था जिसके फलस्वरूप यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ तो वहीं शीतलहरी लोगों के हाड कपाने का काम कर रही थी। रविवार को घने कोहरे की चादर मे लपटा रहा समूचा जनपद जिससे आम लोगों के साथ पशु पक्षी भी हो गए बेहाल आम लोगों ने अलाव जलाकर विताया अपना दिन जिसके चलते सडकों पर पसरा रहा सन्नाटा हर कोई गलन भरी सर्दी से हो रहा है प्रभावित।
जनपद क्षेत्र में घने कोहरे के साथ चलती शीतलहरी ने समूचा जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है जिसका प्रभाव सर्वाधिक यातायात पर पडा है घने कोहरे के कारण वाहन चालक अपने वाहनों को चलाने के बजाय खडा कर देना ही मुनाशिव समझते है जो कोहरा हटने की प्रतीक्षा करते है। इसका प्रभाव सबसे अधिक बच्चों व बुजुर्गो पर हो रहा है जो सर्दी के कारण सर्वाधिक वेहाल हो रहे है। शीतलहरी के चलते बच्चे व नौनिहाल निमोनिया व कोल्ड डायरिया की चपेट में आते जा रहे है तो बुजुर्गो को सांस की तकलीफ बढती जा रही है जिससे लोग घरो के अन्दर ही दुवके रहते है। इस संम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी डां0 के स्वरूप का कहना है कि सर्दी का प्रभाव बढा हुआ है जिससे बचने के लिए गर्म कपडों से अपने शरीर को ढक कर रखें कान को मफलर से बांधकर रखे सर्दी में अधिक टहले नहीं हाईब्लडप्रेशर के रोगी अपनी नियमित जांच कराये व बच्चे और बुजुर्गों को गर्म पानी का प्रयोग कराया जाये। मौजूदा समय जिलाचिकित्सालय से लेकर प्राइवेट चिकित्सालयों में रोगियों की संख्या बढने के कारण भारी भीड दिखाई दे रही है। भीषण सर्दी ने अपना कल रौद्र रूप धारण किया जिससे आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ घने कोहरे के साथ चल रही शीतलहरी ने गलन के साथ आम आदमी को ठुठरने पर मजबूर कर दिया आज सुबह के समय भी आसमान में कोहरा छाया हुआ था किन्तु सुबह के समय तक कोहरा छट जाने से व सूर्यदेव ने दर्शन देकर आम आदमी में ऊर्जा भर दी जिससे दिन में चहल-पहल दिखाई दी किन्तु शाम ढलते ही आम आदमी अपने घरों में दुबक गया। मालूम हो कि सूर्य के दक्षिणांय होने पर सूर्य की किरणें सीधी न पडने के कारण मौसम अधिक सर्दीला रहता है जब सूर्य मकरसंक्रान्ति से उत्तराणायन आते है तो सूर्य की किरणें सीधी पडने के कारण गर्मी बढना भी शुरू हो जाता है और धीरे-धीरे सर्दी का प्रकोप कम होने के साथ गर्मी आने लगती है जो फरवरी माह तक आते-आते सर्दी का मौसम लगभग समाप्त होने लगता है और गर्मी बढने लगती है किन्तु मौजूदा समय तूफानी सर्दी का चलने के कारण आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को सुबह के समय से ही छाये घने कोहरे की पर्ते पूरे दिन नहीं हट सकी और न ही सूर्यदेव प्रकट हो सके। जिसके फलस्वरूप समूचा जनपद भीषण गलन भरी सर्दी की चपेट में रहने से आम आदमी के साथ पशु पक्षी भी हो गए बेहाल तो वहीं आम आदमी घरों में ही दुबका रहा तो कुछ लोग अलाव के सहारे अपना दिन बिताते रहे।
-भीषण सर्दी में अलाव तापते आम लोग
कन्नौज,हिन्दुस्तान की आवाज़,अनुराग चौहान
कन्नौज। घने कोहरे के साथ कडाके की सर्दी कम होने के बजाय अपना बिकराल रूप धारण करती जा रही है। जिससे बुजुर्ग व बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे है। गुरूवार को सुबह के समय कडाके की सर्दी के बाद सूर्यदेव ने अपने आभा मंण्डल से प्रचंड किरणों के साथ चटख धूप विखेर कर आम लोगों को ठण्ड से राहत दी किन्तु साम के समय सूर्य के अस्तांचल ने जाते ही सर्दी ने समूचे वातावरण को अपने आगोस में ले लिया। हालांकि नगर क्षेत्र में कोहरे का प्रभाव कम रहा लेकिन जनपद के अन्य स्थानों पर घने कोहरे का प्रभाव अधिक रहा जहां चंद कदम की दूरी पर भी कुछ भी देख पाना सम्भव नहीं था जिसके फलस्वरूप यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ तो वहीं शीतलहरी लोगों के हाड कपाने का काम कर रही थी। रविवार को घने कोहरे की चादर मे लपटा रहा समूचा जनपद जिससे आम लोगों के साथ पशु पक्षी भी हो गए बेहाल आम लोगों ने अलाव जलाकर विताया अपना दिन जिसके चलते सडकों पर पसरा रहा सन्नाटा हर कोई गलन भरी सर्दी से हो रहा है प्रभावित।
जनपद क्षेत्र में घने कोहरे के साथ चलती शीतलहरी ने समूचा जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है जिसका प्रभाव सर्वाधिक यातायात पर पडा है घने कोहरे के कारण वाहन चालक अपने वाहनों को चलाने के बजाय खडा कर देना ही मुनाशिव समझते है जो कोहरा हटने की प्रतीक्षा करते है। इसका प्रभाव सबसे अधिक बच्चों व बुजुर्गो पर हो रहा है जो सर्दी के कारण सर्वाधिक वेहाल हो रहे है। शीतलहरी के चलते बच्चे व नौनिहाल निमोनिया व कोल्ड डायरिया की चपेट में आते जा रहे है तो बुजुर्गो को सांस की तकलीफ बढती जा रही है जिससे लोग घरो के अन्दर ही दुवके रहते है। इस संम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी डां0 के स्वरूप का कहना है कि सर्दी का प्रभाव बढा हुआ है जिससे बचने के लिए गर्म कपडों से अपने शरीर को ढक कर रखें कान को मफलर से बांधकर रखे सर्दी में अधिक टहले नहीं हाईब्लडप्रेशर के रोगी अपनी नियमित जांच कराये व बच्चे और बुजुर्गों को गर्म पानी का प्रयोग कराया जाये। मौजूदा समय जिलाचिकित्सालय से लेकर प्राइवेट चिकित्सालयों में रोगियों की संख्या बढने के कारण भारी भीड दिखाई दे रही है। भीषण सर्दी ने अपना कल रौद्र रूप धारण किया जिससे आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ घने कोहरे के साथ चल रही शीतलहरी ने गलन के साथ आम आदमी को ठुठरने पर मजबूर कर दिया आज सुबह के समय भी आसमान में कोहरा छाया हुआ था किन्तु सुबह के समय तक कोहरा छट जाने से व सूर्यदेव ने दर्शन देकर आम आदमी में ऊर्जा भर दी जिससे दिन में चहल-पहल दिखाई दी किन्तु शाम ढलते ही आम आदमी अपने घरों में दुबक गया। मालूम हो कि सूर्य के दक्षिणांय होने पर सूर्य की किरणें सीधी न पडने के कारण मौसम अधिक सर्दीला रहता है जब सूर्य मकरसंक्रान्ति से उत्तराणायन आते है तो सूर्य की किरणें सीधी पडने के कारण गर्मी बढना भी शुरू हो जाता है और धीरे-धीरे सर्दी का प्रकोप कम होने के साथ गर्मी आने लगती है जो फरवरी माह तक आते-आते सर्दी का मौसम लगभग समाप्त होने लगता है और गर्मी बढने लगती है किन्तु मौजूदा समय तूफानी सर्दी का चलने के कारण आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को सुबह के समय से ही छाये घने कोहरे की पर्ते पूरे दिन नहीं हट सकी और न ही सूर्यदेव प्रकट हो सके। जिसके फलस्वरूप समूचा जनपद भीषण गलन भरी सर्दी की चपेट में रहने से आम आदमी के साथ पशु पक्षी भी हो गए बेहाल तो वहीं आम आदमी घरों में ही दुबका रहा तो कुछ लोग अलाव के सहारे अपना दिन बिताते रहे।
Post a Comment
Blogger Facebook