मुंबई , दि. 4 : मुंबई उच्च न्यायालय ऐतिहासिक है । मुंबई उच्च न्यायालय का काम काज बड़ी तेजी से बढ़ा है । मुंबई उच्च न्यायालय के बढ़ते काम काज को देखते हुए इसके लिए नयी इमारत का निर्माण किया जाएगा । यह बात मुख्यमंत्री ने आज यहां कही ।
मुंबई उच्च न्यायालय में पर्यायी न्याय व्यवस्था केंद्र की आधारशिला तथा न्यायालय परिसर में पालनाघर का उद्घाटन कार्यक्रम देश के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के हाथों संपन्न हुआ । इस अवसर पर मुख्यमंत्री बोल रहे थे । इस अवसर पर मुंबई उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश डाॅ मंजुला चेल्लूर उपस्थित थीं ।
मुख्य मंत्री ने कहा कि न्याय प्रक्रिया को गति देने के लिए पर्यायी न्याय व्यवस्था का होना जरूरी है । यह खुशी की बात है कि मुंबई उच्च न्यायालय के परिसर में इस व्यवस्था का शुभारंभ हो रहा है ।उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने उच्च न्यायालय के लिए नयी इमारत का निर्माण करने का निर्णय कर लिया है ।
उन्होंने कहा कि काम काज के स्थल पर स्त्री-स्त्री पुरुष में समानता होना जरूरी है । कामकाज के स्थिन पर छोटे बच्चों के लिए पालनागर की शुरूआत करने का पहला सम्मान मुंबई उच्च न्यायालय की न्यायाधीश डॉ. मंजुला चेल्लूर को मिला है । यह उनका सपना था जो पूरा हो रहा है । महिला वकीलों और महिला अधिकारियों तथा कर्मचारियों को अपने बच्चों की देखरेख करना तथा निश्चिंत होकर काम करना अब आसान होगा ।
देश के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि न्यायव्यवस्था खर्चीली हो और शीघ्र न्याय मिले तभी न्यायव्यवस्था की सफलता है । सर्व सामान्य को न्याय मिलना आवश्यक है । मुंबई उच्च न्यायालय में पर्यायी न्याय व्यवस्था होने से न्याय मिलने में सुगमता होगी ।
मुंबई उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश डॉ. मंजुला चेल्लूर ने सभी मान्यवरों का स्वागत किया तथा पर्यायी न्याय व्यवस्था केंद्र और पालनाघर के बारे में जानकारी दी । मुंबई उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति श्रीमती वी के तहिलरामानी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Disclaimer हमे आप के इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करे और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य मे कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह ईमेल hindustankiaawaz.in@gmail.com भेज कर सूचित करे । साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दे । जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।
मुंबई उच्च न्यायालय में पर्यायी न्याय व्यवस्था केंद्र की आधारशिला तथा न्यायालय परिसर में पालनाघर का उद्घाटन कार्यक्रम देश के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के हाथों संपन्न हुआ । इस अवसर पर मुख्यमंत्री बोल रहे थे । इस अवसर पर मुंबई उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश डाॅ मंजुला चेल्लूर उपस्थित थीं ।
मुख्य मंत्री ने कहा कि न्याय प्रक्रिया को गति देने के लिए पर्यायी न्याय व्यवस्था का होना जरूरी है । यह खुशी की बात है कि मुंबई उच्च न्यायालय के परिसर में इस व्यवस्था का शुभारंभ हो रहा है ।उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने उच्च न्यायालय के लिए नयी इमारत का निर्माण करने का निर्णय कर लिया है ।
उन्होंने कहा कि काम काज के स्थल पर स्त्री-स्त्री पुरुष में समानता होना जरूरी है । कामकाज के स्थिन पर छोटे बच्चों के लिए पालनागर की शुरूआत करने का पहला सम्मान मुंबई उच्च न्यायालय की न्यायाधीश डॉ. मंजुला चेल्लूर को मिला है । यह उनका सपना था जो पूरा हो रहा है । महिला वकीलों और महिला अधिकारियों तथा कर्मचारियों को अपने बच्चों की देखरेख करना तथा निश्चिंत होकर काम करना अब आसान होगा ।
देश के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि न्यायव्यवस्था खर्चीली हो और शीघ्र न्याय मिले तभी न्यायव्यवस्था की सफलता है । सर्व सामान्य को न्याय मिलना आवश्यक है । मुंबई उच्च न्यायालय में पर्यायी न्याय व्यवस्था होने से न्याय मिलने में सुगमता होगी ।
मुंबई उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश डॉ. मंजुला चेल्लूर ने सभी मान्यवरों का स्वागत किया तथा पर्यायी न्याय व्यवस्था केंद्र और पालनाघर के बारे में जानकारी दी । मुंबई उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति श्रीमती वी के तहिलरामानी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।
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