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मामले का खुलासा करते एएसपी व बरामद हुइ्र्रं चोरी की मूर्तियां व खंजर





-रीवा किले का शाही खंजर सहित करोड़ों रुपये कीमत की एंटिक मूर्तियां और चोरी किए गए मंदिरों के छत्र हुए बरामद

-पांच वर्ष से फरार डकैत पर 15 हजार रुपये का ईनाम घोषित था

-पुलिस की पूछताछ में कई अन्य चोरियों और डकैतियों का हुआ खुलासा

कन्नौज,हिन्दुस्तान की आवाज़,अनुराग चौहान

कन्नौज। बुधवार को जिले की पुलिस को एक बड़ी सफलता हांसिल हुई। सर्विलांस टीम ने पांच वर्षों से पुलिस को चकमा दे रहे मध्य प्रदेष स्थित रीवा किले में हुई डकैती और हत्या के मुख्य सरगना को गिरोह के दो सदस्यों के साथ मुठभेड़ के दौरान दबोच लिया। पुलिस द्वारा पूछताछ में बदमाषों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और उनकी निषानदेही पर पुलिस टीम ने रीवा किले मंे हुई डकैती के दौरान लूटे गए शाही खंजर और एंटिक मूर्तियां सहित जनपद में कई मंदिरों से चोरी किए गए कीमती छत्र बरामद कर लिए। सर्विलांस टीम द्वारा सराहनीय कार्य करने पर पुलिस कप्तान हरीष चन्दर ने टीम की जमकर प्रषंसा करते हुए दस हजार रुपये ईनाम देकर हौसलाफजाई की है।

गुरुवार को एसपी कार्यालय में गैंग के सरगना कुंवरपाल बंजारा पुत्र नरपत सिंह निवासी ग्राम रामनगर व फहीम पुत्र छोटे और राजा उर्फ अनस पुत्र कल्लू निवासी ग्राम बस्ता थाना ठठिया को मीडिया के समक्ष पेष करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक केषवचन्द्र गोस्वामी ने बताया कि पकड़े गए गिरोह के सरगना कुंवरपाल ने पूछताछ में बताया कि पांच वर्ष पूर्व 8 अगस्त 2012 में मध्य प्रदेष स्थित रीवा राजमहल की बघेला म्यूजियम में अपने साथियों के साथ डकैती काण्ड को अंजाम दिया था। उसने व उसके साथियों ने राजमहल में तैनात 17 गार्डों को बंधक बना लिया था। इस दौरान फहीम ने एक गार्ड कैमला बहेलिया को तलवार से वार कर हत्या कर दी थी।

गिरोह के मुख्य सरगना ने बताया कि डकैती काण्ड में पंजाब के उसके साथी सुनील स्वीपर, बल्ला मनोज उर्फ तुलसी स्वीपर, शुभम स्वीपर, संजय बंजारा पुत्र चरण सिंह निवासी धनगढ़ी व नरेष बंजारा पुत्र नरपत, फहीम खान पुत्र छोटे व काजू उपचार ताजुद्दीन पुत्र कल्लू बैण्ड वाला निवासी बस्ता ने उसके साथ मिलकर अंजाम दिया था। डकैती काण्ड में करोड़ों रुपये के सोने चांदी के आभूषण सहित अन्य कीमती वस्तुएं लूट ली गईं थीं। पुलिस की पूछताछ मंे कुंवरपाल ने बताया कि उसके गिरोह के सदस्य सुनील, मनोज व शुभम जोकि रीवा के ही निवासी थे, जिसके कारण उन्हें वहां की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, किन्तु जैसे ही उसे पता चला तो वह चालाकी कर नाजायज असलाह रखने के जुर्म में जेल चला गया, जिससे वह डकैती काण्ड के मामले में न पकड़ा जाए, किन्तु रीवा पुलिस ने उसे कस्टडी रिमाण्ड पर ले लिया और मेरे पास से सारी चीजें बरामद कर लीं। उसी समय से फहीम फरार हो गया और पुलिस को लगातार चकमा देता रहा।

पुलिस हिरासत में कुंवरपाल ने बताया कि फरारी के दौरान वह अपने अन्य साथियों के साथ राजस्थान व मध्यप्रदेष से चन्दन की लकड़ी चुराकर बेचने का कार्य करने के साथ ही मंदिरों मंे चोरी करने लगा। हाल ही में उसने साथियों के साथ कन्नौज जनपद के तिर्वा तहसील स्थित मां अन्नपूर्णा मन्दिर, तिर्वा के विधईपुर्वा गांव में तथा नसरापुर सहित बालेष्वर धाम मंदिर सहित सतौरा गांव में डकैती चोरी की वारदातें की हैं और चोरी का सारा माल कन्नौज कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला हरदेवगंज निवासी स्वर्णकार अमन वर्मा, अभिनव वर्मा पुत्र राजीव वर्मा तथा राजीव वर्मा पुत्र पन्नेलाल वर्मा को बेचा था।

एएसपी केषवचन्द्र गोस्वामी ने बताया कि एसपी के निर्देषन में वांछित अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत सर्विलांस टीम को लगाया गया था। सर्विलांस टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित के नेतृत्व में लगी टीम को मुखबिर द्वारा जानकारी लगी थी कि तिर्वा स्थित धोबीघाट पर उक्त बदमाष मौजूद हैं। पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर घेराबन्दी कर ली और बदमाषों से मुठभेड़ कर उनके दबोच लियाा। मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए बदमाषों के पास से बारह बोर का एक तमंचा व दो चाकू बरामद किए गए हैं। सर्विलांस टीम की इस बड़ी सफलता पर पुलिस अधीक्षक हरीष चन्दर ने पुलिस टीम की प्रषंसा करते हुए 10 हजार रुपये से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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