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महज चेतावनी तक ही सिमट कर रह गया मण्डलीय समीक्षा बैठक, किसी पर नहीं गिरी कार्यवाही की गाज

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। जिस बात की लोगों की आशंका थी वह सच्च साबित हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लुभाने में प्रशासन पुरी तरह से कामयाब रहा है। यों कहें कि प्रशासन ने जो दिखाया योगी जी को वहीं भाया। जी हां यह हम नहीं कह रहे है बल्कि आम जनमानस ने इस बात की चर्चा परिचर्चा तेजी के साथ हो रही है। 3 जून को जिले में प्रस्तावित मुख्यमंत्री की मण्डलीय समीक्षा बैठक के दौरान जनपद की बदहाली कुछ विभागों की मनमानी पर उम्मीद थी कि जोर सोर से चर्चा होगी और कार्यवाही की गाज भी गिरेंगी। सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवा आदि व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत से मुख्यमंत्री रूबरू होंगे। ऐसा विश्वास था लेकिन प्रशासन पूरी तरह से योगी जी को खुश करने के मंुड में था और कामयाब भी हुआ। न किसी की कलई खुली और ना ही किसी पर कार्यवाही की गाज गिरी। महज चेतावनी देने तक ही मण्डलीय समीक्षा बैठक और मुख्यमंत्री का दौरा सिमट कर रह गया। बताते चले कि सीएमओ कार्यालय से लगाये जिला अस्पताल में व्याप्त मनमानी मठाधिशी का कच्चा चिठ्ठा खुलेगा। यहां व्याप्त अराजकता, मरीजो तिमारदारों को होनी वाली असुविधा, साईकिल स्टैण्ड के नाम पर की जा रही मनमानी, दंबगई पर रोक लगेगी। इसी प्रकार परिवहन कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार, शिक्षा विभाग, सहित अन्य विभागों पर भी मुख्यमंत्री की नजर पड़ेगी। नगर सहित जिले की बदहाल सड़कों, कच्छप गति से चुनार और भटौली में हो रहे पुल निर्माण का भी मुख्यमंत्री स्थलीय निरीक्षण करेंगे। लेकिन सब कुछ धरा का धरा ही रह गया। शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, मनमानी पर मुख्यमंत्री का ध्यान गया। लेकिन कार्यवाही की गाज नहीं गिर पाई। इसी प्रकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मण्डलीय अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां पहले से ही तैयार की गयी योजना के तहत उन्हें एक तरफ से ले जाकर दूसरी तरफ से विदा कर दिया गया। मुख्यमंत्री ठीक प्रकार से मण्डलीय अस्पताल के सच्चाई से रूबरू नहीं हो पाये। जिसका मलाल लोगों को है। जिला अस्पताल में स्वास्थय सेवाओं से लेकर साफ सफाई तक की व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है। अस्पताल में चिकित्सको और सीएमएस के बीच बेहतर ताल मेल न होने से इसका सीधा-सीधा प्रभाव स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। जिससे कहीं न कहीं मरीजो को प्रभावित होना पड़ रहा है। साफ सफाई की व्यवस्था का आलम यह है कि परिसर स्थित ब्लड बैंक के सामने स्थित यूरिनल बिमारियों को बढ़ावा दे रहा है। साफ-सफाई न होने से यहां मूत्र और कचड़ा जमा रहता है। जिससे उठने वाली गंध से लोगों को सांस लेना भी दुभर हो जाता है। मुख्यमंत्री के दौरे के ठीक पूर्व यहां कारगोली डालकर गंध पर तो काबू पा लिया गया था लेकिन उसकी सफाई कराया जाना उचित नहीं समझा गया था। नतिजा यह है कि वहां मच्छरो का प्रजनन हो रहा है। ऐसे में समझा जा सकता है कि स्वास्थ्य महकमा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सुविधाएं देने के प्रति कितना गंभीर है।
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