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वसई, हिन्दुस्तान की आवाज,आर आर सीह

विरार, वसई विरार शहर महानगर पालिका क्षेत्र के विकास कार्य की पोल खुलती नजर आ रही है। मनपा द्वारा पिछले ७ वर्षों में मात्र १ लाख ८० हजार रुपये का विकास कार्य किया गया। यह जानकारी आगरी सेना के जिला अध्यक्ष जनार्दन (मामा) ल. पाटिल द्वारा आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार बताया है। मनपा विकास कार्यों की मांग को लेकर १२ जून से आगरी सेना, शिवसेना और आरपीआई आदि द्वारा संयुक्त रूप से मनपा मुख्यालय पर आमरण अनशन करने जा रहे है।
बता दें कि वसई - विरार शहर महानगर पालिका की स्थापना ३ जुलाई २००९ में की गयी थी। इसके बाद से लेकर अब तक का सफर "अंधेर पुर नगरी चौपट राजा, टाका सेर भाजी टाका सेर खाजा" की कहावत को चरित्रार्थ करता नजर आ रहा है। वसई मनपा की स्थापना के बाद से यहाँ पर रियल स्टेट का धंधा काफी तेजी से फल-फूल रहा है। मनपा सत्तासीन स्थायी पार्टी द्वारा कौड़ियों के भावों में सरकारी जमीनों को बिल्डरों को कब्जा करने को दिया गया है। जिस पर इन बिल्डरों द्वारा गगन चुंबी इमारते भी खड़ी की जा चुकी हैं। इसी तरह तुलिंज के सर्वे नं. २९ (क) व १२९ जिसका सातबारा मनपा के नाम है पर अतिक्रमण कर अवैध रूप निर्माण किया गया है। इसी तरह से मनपा के अधिकांश सरकारी जमीनों पर भी भू-माफियाओं द्वारा कब्जा किया जा चुका है। मनपा क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर आगरी सेना के जिला अध्यक्ष द्वारा शिरगाव के विकास कार्यो की आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी गयी थी। जानकारी में आरटीआई से मनपा के बड़े खुलासे किये गए है। मनपा में लगभग १४ उपायुक्त की जरूरत है, लेकिन वसई - विरार शहर महानगर पालिका लगड़ी घोड़ी की तरह मात्र एक उपायुक्त से कार्य ले रही है। राज्य सरकार के पास अच्छे व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों की अकाल पड़ी हुई है, जो मनपा को अभी तक नहीं मिला पाया है। पाटिल ने बताया की मनपा पिछले ७ वर्षों में सिरगांव के विकास कार्य को लेकर १ लाख ८० हजार रुपये खर्च किया गया है। वही दूसरी ओर मनपा के बजट से ३ से ४ करोड़ रुपये की लागत से स्कॉन मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। सिरगांव के लोग आज भी सड़क, गटर, पानी, चिकित्सा और विद्यालय से वंचित दिखाई दे रहे है। अभी हाल ही में विरार के काशीनाथ पाटिल द्वारा शिर्डी मंदिर को ३२ करोड़ का भवन दान दिया गया। इस दान का वसई - विरार या विरार के लोगों को सीधे तौर कोई लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। काशीनाथ द्वारा एक तरफ करोड़ों रुपये की राशि दान दी जा रही है तो वही दूसरी ओर मनपा की गोचरन की जमीन अवैध रूप से अतिक्रमण कर बाजार लगवाया जा रहा है, जिससे प्रति माह एक मोटी रकम भाड़े के रूप में वसूली जाती है। आरटीआई से मिली जानकारी में नगर संरचना विकास के १०२ विकास कार्य लंबित पड़े हुए है| पाटिल ने बताया मनपा की मनमानी कार्यभार व क्षेत्र के विकास मुद्दों को लेकर १२ जून से शिवसेना जिला उपप्रमुख दिलीप पिंपले, शिवसेना नगर प्रमुख नरेश वैद्य, आरपीआई शहर प्रमुख विरार के गिरीश दीवान , आरपीआई , विरार युवा शहर प्रमुख मेउल मोने आदि के बड़ी संख्या में उपस्थित होकर मांग पूरी होने तक आमरण अनशन करने जा रहे है।

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