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नालासोपारा ; (आर आर सिंह ) गत दिनों नालासोपारा पूर्व नागेला तालाब स्थित बहुजन विकास आघाडी पुरस्कृत उत्तर भारतीय विकास संस्था के तत्वाधान में भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय जनमानस उमड़ पड़ा था। भगवान के भजन के प्रति आस्थावान हुजूम भजन संध्या का आनंद रस की चाह में इकठ्ठा हुआ।मंच पर एक महिला द्वारा भजन के स्थान पर पूर्वी लोकगीत सुनकर लोग हैरान हो गये। कीर्तन भजन की चाह रखने वालों को दुर्भाग्य से ठुमरी, कहरवा और बसंत बहार के रसीले गीत सुनने को मिले। जो तो आस्था की नीयत से वहां पहुंचे थे उन्हें निराश होना पड़ा किंतु जिन्हें रसीले गीतों का शौक था उनका भरपूर मनोरंजन हुआ। तमाशबीनों ने चटखारे लेकर महिला गायक का उत्साहवर्धन किया।
चलिये ये तो मनोरंजन की बात है, लेकिन गीतों के रूपों का अलग अलग मंच होना चाहिये।संस्था के पदाधिकारियों को चाहिये कि भविष्य में दुबारा ऐसी शर्मनाक हरकत दोहराई न जासके।

.उक्त मामले को लेकर मनसे नालासोपारा शहर के उच्च पाधिकारी राजनागरे ने पत्र के माध्य्म से कहा है कि इसमें महिला कलाकार द्वारा अश्लील भाषा का प्रयोग किया गया । नागरे द्वारा जोरदार विरोध करते हुए जाहिर निषेध किया है । उन्होंने आगे बताया कि भजन संध्या जैसे धार्मिक कार्यक्रम का होना बहुत जरुरी है,लेकिन भजन संध्या यह लाभ का आहार लेके अगर कोई कार्यक्रम में अश्लीलता का प्रदर्शन करने की कोशिश भी करेगे तो हम विल्कुल खिलाफ है ।
ज्ञात हो कि वर्ष 2016 मे बहुजन विकास आघाडी पुरस्कृत हिंदी भाषी विकास मंडल द्वारा नालासोपारा पूर्व के मोरगांव तालाब स्थित छठ पूजा का कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । कार्यक्रम के दौरान मंच पर बारबाला,किन्नर और अश्लील गानो पर भदा डांस करने का मामला भी सामने आया था।मनसे के पाधिकारी द्वारा उक्त मामले में आयोजक सहित अन्य कई लोगो पर अपराधिक मामला तुलींज पुलिस स्टेशन ने दर्ज किया था ।  

वीडियो देखने के लिए लिंक किलिक करे  https://youtu.be/yDbbWqDY07M

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