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मीरजापुर (संतोष गिरि/आशीष कुमार तिवारी) उच्च न्यायालय इलाहाबाद के पर्यवेक्षण समिति मीडियेशन एवं कोन्सिलेशन सेंटर के निर्देशानुसार दीवानी न्यायालय परिसर में मीडियेशन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उच्च न्यायालय इलाहाबाद से आये हुए प्रशिक्षक नीरज उपाध्याय ने प्रोजेक्टर के माध्यम से मध्यस्थता के द्वारा व्यवसायिक अनुबंधिक, सामाजिक विवाद जमीनी विवाद, वैवाहिक, पारिवारिक विवाद आदि सुगमता से हल किए जाने की जानकारी विस्तार पूर्वक से दी। अनूप कुमार श्रीवास्तव ने सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय द्वारा परित आदेशों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए प्रीली बारगेनिंग विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। जनपद न्यायाधीश गोपाल कुलश्रेष्ठ ने उपस्थित समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं अधिवक्ता बंधुओं से अपेक्षा करते हुए करते हुए कहा कि मध्यस्थता सभी पक्षों को आमंत्रित करता है और औपचारिकता व आवश्यकतानुसार पक्षों से एक साथ मिलकर अलग-अलग बैठाकर उनके समस्या, विकल व सुलह के लिए सहमति पर विचार ज्यादा से ज्यादा किया जाना चाहिए। मध्यस्थता का फैसला बाध्यकारी है। सचिव सिविल जज ओमवीर सिंह ने उपस्थित लोगों से उच्च न्यायालय के मंशानुसार ज्यादा से ज्यादा पक्षकारों के मध्य मीडियेशन कराने का प्रयास करने और मीडियेशन को सफल बनाने पर जोर दिया। कार्यक्रम की व्यवस्था व संचालन दीपक श्रीवास्तव ने किया इस दौरान अधिवक्ता गंगाराम यादव, हरीलाल बिंद, आदि मौजूद रहे।

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