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मुंबई / पत्रकारिता यह लोकत्रंत का चौथा स्तंभ है पत्रकार अच्छी और बुरी घटना समाज तक पहुचाने का काम करते रहते है. इन पत्रकारों को किसी भी तरह की सुरक्षा न होने के बावजूद अपना कर्तव्य निभाते है इसलिए पत्रकारिता क्षेत्र में काम करने वाले पत्रकारो को सुरक्षा जरूरी है यह विचार मुंबईकी महापौर स्नेहल आंबेकर ने व्यक्त किया.
गौरतलब है कि जर्नलिस्ट्स युनियन ऑफ महाराष्ट्र इस संघटन द्वारा पत्रकार दिन के अवसर पर पत्रकार पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में आंबेकर मुख्य अथिति के तौर पर उपस्थित थी. इस समारोह को संबोधित करते हुवे महापौर ने कहा कि पत्रकार क्षेत्रमें महिला बड़ी संख्या में काम कर रही इन महिलांओ को सुरक्षा मिलना चाहिए आंबेकर ने फिर कहा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा बनाये गए यांनी संविधान के कारण और हिंदू हृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे ने महिलांओ में कभी भी भेदभाव न करने से मै महापौर पदपर विराजमान हु. उसी तरह पत्रकार या अन्य क्षेत्र में महिला पदपर है वह बाबासाहेब आंबेडकर को कभी भी न भूले यह आवाहन आंबेकर ने किया.
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> लोकतंत्र में पत्रकारिता यह चौथा स्तंभ होने से पत्रकारिता महत्व की है फिर आजकी पत्रकारिता कहा जा रही है इसपर विचार करने की जरूरत है. अनेक बेहतर कामो को योग्य प्रसिद्धी नही मिलती है खराब काम के शाथ अच्छे कामो को भी योग्य प्रसिद्धी मिले यह अपेक्षा आंबेकर ने व्यक्त किया. पत्रकारो को कुछ असुविधा मेरे सामने लाये जाने पर उसे दूर करने के लिए प्रयत्न करूगी. उपरोक्त पत्रकार पुरस्कार वितरण समारोह में महापौर स्नेहल आंबेकर के हाथों शेफाली परब (लोकमत), सपना देसाई (मुंबई समाचार), सुनिल तर्फे (नवाकाळ), महादू पवार (सम्राट), सचिन उन्हाळेकर (जागरूक टाइम्स), जेष्ठ पत्रकार चंद्रकांत लिंगायत तथा ठाणे, कल्याण, पालघर, मिरा भाईंदर महापालिका क्षेत्र के पत्रकारो को पुरस्कार देकर सन्मान किया गया. इस अवसर पर राष्ट्रीय मिल मजदूर संघके महासचिव गोविंद मोहिते, मिरा भाईंदर के उद्यानको बाळशास्त्री जांभेकर का नाम देने वाली नगरसेविका नयना वसानी, युनियनके महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नारायण पांचाळ, उपाध्यक्ष जयराम सावंत, महाचिव हेमंत सामंत, सचिव अजेयकुमार जाधव, प्रवीण दवणे, खजिनदार सतिश साटम आदी मान्यवर उपस्थित थे. कार्यक्रम सफल करने के लिए धीरज सिंह, मोहम्मद मुकीम शेख ने विशेष प्रयास किया.

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