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वसई ( आर आर सिंह ) वसई पश्चिम में राजहंश कॉम्पलेक्स में देखबाल करनेवाली संस्था द्वारा एक मतिमंद बच्चे को बुरी तरह से पिटे जाने का मामला सामने आया है। इसके चलते मानिकपुर पुलिस ने धा रा 326 .34 की तहत मारपीट का गुनाह दर्ज हुआ है तीनो अपराधियो की तलाश पुलिस शुरू कर दी है।
अर्नेस्ट डिसूज़ा नमक बच्चा मतिमंद है और बोल भी नहीं सकता लेकिन उसके बदन पर लगे जखम के निशान ये बया बता रहा है की इसको कितने बेरहमी से पिटा गया है अर्नेस्ट के इसारे बता रहे है इस से यह जरूर पता चल रहा है की अर्नेस्ट की देखभाल करने वाले संस्था चालक आशीष इनॉक ,अभिषेख और मनीषा इनॉक ने किस तरह उसे पीटा होगा। अर्नेस्ट के घरवाले मुम्बई में रहते है और अर्नेस्ट को इस राजहंस कॉलोनी में चलाये जा रहे प्राइवेट देखभाल केंद्र में अर्नेस्ट को दखल किये थे । संस्था चलनेवाले अर्नेस्ट के माँ के दूर के रिस्तेदार थे इसलिए अर्नेस्ट की माँ ने भरोसा करके अर्नेस्ट को उनके हाथ सौप था इसके लिए अर्नेस्ट की माँ ने देखभाल खर्च के तौर पर १ लाख रुपये आरोपी आशीष इनॉक ,अभिषेख और मनीषा को दिए थे। मगर पैसे मिलने के बाद अपराधियो ने और पैसे की मांग करना शुरू किया यह अर्नेस्ट की माँ दे नहीं पायी। अचनाक अर्नेस्ट का भाई जॉय उसे देखने पहुंचा तो अर्नेस्ट के बदन पर निशान दिखे । उसके कान पर दिए गए जख्म को देखकर उसे मुम्बई के अस्पताल में भर्ती करवाया। अर्नेस्ट बोल नहीं सकता मगर उसके मन की बात वह हाथो से बोल रहा है की किस यातना से उसे गुजरना पढ़ा।
आरोपी आशीष इनॉक ,अभिषेख और मनीषा इनाक अर्नेस्ट को ले जाते वक्त तक अपना देखभाल सेंटर चला रहे थे। जब उन्हें पता चला की यह पूरा मामला पुलिस थाने पहुंच है तो मानिकपुर पुलिस की टीम पुलिस उप निरिचक एस एस माने जब आरोपी के घर पहुची तो तीनो आरोपी फरार हो गए।
इस मारपीट से अर्नेस्ट इतना डर गया है की वह अब घर से बहार निकलने के लिया कतराता है और आरोपियों के खौफ से रात बे रात चिल्लाता हुए रोने लगता है।



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