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~ भारत में पुराने वाहनों का पहला राष्ट्रीय कोष ~

मुंबई, 26 दिसंबर 2016: भारत के अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल ट्रांज़ेक्शनल मार्केटप्लेस ड्रूम ने फिर एक और ऐसा कदम उठाया है जिससे देश के ऑटोमोबाइल उद्योग में उसकी अग्रणी स्थिति और पुख्ता हो गई है- ड्रूम ने ड्रूम हिस्ट्री के लांच की घोषणा की है। ड्रूम हिस्ट्री एक निष्पक्ष रिपोर्ट है जो विभिन्न अधिकृत डाटा प्रदाताओं के जरिए उपलब्ध ऐतिहासिक आंकड़ों को सहेजती है और इस प्रकार किसी वाहन के बारे में गहन जानकारी मुहैया कराती है। ड्रूम की प्रोपराइटरी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर के जेनरेट की गई यह रिपोर्ट किसी वाहन की सुरक्षा, भरोसे और मूल्य संबंधी मुद्दों का हल पेश करेगी।

इस लांच के बारे में ड्रूम के संस्थापक व सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा, ’’अमेरिका और पश्चिमी यूरोप के विपरीत भारतीय बाजार में विश्वास की कमी है खासकर पुराने वाहनों के मामले में। पुराने वाहन के कई पहलू जैसे मालिकाना इतिहास, विवाद, वाहन संबंधी मुद्दे भरोसेमंद नहीं होते। ऐसा इसलिए होता है कि पुराने वाहन के बारे में सत्यापित सूचना उपलब्ध नहीं होती। ड्रूम हिस्ट्री के साथ हम भारत में पुराने वाहनों का सबसे बड़ा सूचना कोष बना रहे हैं। संभावित खरीददार को मिनटों में वाहन संबंधी जानकारी की रिपोर्ट मुहैया करा कर हमारा लक्ष्य पुराने वाहन सैगमेंट में ज्यादा भरोसे व पारदर्शिता को प्रोत्साहन देना है।’’

अपने प्रयोक्ताओं को सबसे समेकित व पारदर्शी रिपोर्ट प्रदान करने के लिए ड्रूम देश भर के 1000$ आरटीओ से 18 विशिष्ट डाटा फील्ड में वाहन संबंधी सूचनाओं को एकत्रित व अपडेट करती है। ड्रूम हिस्ट्री में इस समय 19 करोड़ से अधिक निजी व कमर्शियल वाहनों जैसे टूव्हीलर, कार, टैक्सी, ट्रक आदि की जानकारी मौजूद है; इस डाटाबेस में केवल दिल्ली एनसीआर से ही करीबन 60 लाख वाहनों की रियल टाईम जानकारी दर्ज है। लांच के पहले चरण में ड्रूम अपने प्लैटफॉर्म पर वैध आरसी नंबरों के साथ सूची लगाएगा। फ्रंट ऐंड शीघ्र ही प्रयोक्ताओं के लिए खोल दिया जाएगा जिससे उन्हें वाहनों के बारे में सबसे सटीक, रियल टाईम सूचना प्राप्त हो जाएगी।

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