महापालिका के स्कुलो में सूर्यनमस्कार अनिवार्य करनेवाले शिक्षण अधिकारी को
निलंबित किये जाने की मांग
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संवाददाता
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> मुंबई महानगरपालिका के स्कुलो में सूर्यनमस्कार और योगा आसन अनिवार्य किये जाने के मामले के प्रस्ताव को सभागृह में मंजूरी मिल गयी है फिर भी इसका विरोध हो रहा है. जिसमे पालिका शिक्षणअधिकारी ने इसका परिपत्रक एक महीना पहले ही निकाला था इसलिए निलंबित किया जाये यह मांग समाजवादी पार्टी द्वारा किया गया. तथा इसके विरोध में कोर्ट में जाने का इशारा समाजवादी पार्टी के गटनेता रईस शेख ने पालिका आयुक्त से किया है.
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> मुंबई महानगरपालिका के सभागृह में स्कुलो में सूर्यनमस्कार किये जाने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से शिवसेना भाजपाने मंजूरी दिया है. इस समय किये गए चर्चा के समय महापालिका स्कुलो में मुस्लिम और मागासवर्गीय विद्यार्थी बड़े पैमाने पर पढ़ाई किये जाने से सूर्यनमस्कार और योगा आसन अनिवार्य किये जाने के भाजपा का छुपा अजेंडा को काँग्रेस, राष्ट्रवादी, मनसे, समाजवादी पार्टी ने जोरदार विरोध किया . सभागृह में इस विषयापर चर्चा सुरु होनेपर देखने की भूमिका लेने वाली सत्ताधारी शिवसेना ने भाजपा के लाये हुए प्रस्ताव का साथ देते ध्वनिमत मतदान से पालिका सभागृह की मंजुरी दिलवाई थी.
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> सभागृह में भाजपा और काँग्रेस, राष्ट्रवादी, मनसे, समाजवादी पार्टी के गटनेता रईस शेख ने इस प्रस्ताव की सुचना का जोरदार विरोध किया था. पालिका के स्कुलो में विविध धर्मीय विद्यार्थी है. सूर्यनमस्कार यह हिंदू धर्म से संबंधित है अन्य धर्मीय विद्यार्थियो पर अनिवार्य किस लिए, यह सवाल किया गया. यह प्रस्ताव की सूचना यह राज्यघटना में दिए गए आजादी के खिलाफ है . इसलिए "सूर्यनमस्कार‘ ऐच्छिक करे यह मांग की जा रही. शिक्षण जैसी पवित्र क्षेत्र का भगवाकरण करने का यह भाजपा का छुपा अजेंडा है, जिससे धार्मिक विवाद निर्माण हो सकता है सूर्यनमस्कार व योग अनिवार्य यह मांग किये जाने के बावजूद यह प्रस्ताव मंजूर किया गया.
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> सूर्यनमस्कार अनिवार्य किये जाने पर समाजवादी पार्टी ने कोर्ट में जाने का इशारा दिया है. जिसकी नोटिस भी पालिका आयुक्त को दिया गया है. शुक्रवार को आझाद मैदान में समाजवादी पार्टी ने सूर्यनमस्कार अनिवार्य किये जाने के विरोध में प्रदर्शन किया. उक्त अवसर पर विधायक अबू आझमी, गटनेता रईस शेख, नगरसेवक अशरफ आझमी व अन्य नगरसेवक उपस्थित थे. प्रदर्शन के बीच प्रतिनिधि दल ने पालिका आयुक्त से मुलाकात कर सभागृह में मंजूर किये गए प्रस्ताव को ऐच्छिक करे व शिक्षण अधिकारी ने सभागृह में प्रस्ताव मंजूर न होने के बावजूद एक महीने पहले 26 जुलाई को ही सूर्यनमस्कार अनिवार्य का परिपत्रक निकाला है. यह परिपत्रक निकलने से धार्मिक भावना को ठेस पहुचाने वाले परिपत्रक निकलने वाले शिक्षणाधिकारी महेश पालकर को निलंबित किया जाये यह मांग की गयी. सूर्यनमस्कार को अनिवार्य किये जाने पर सोमवार से हस्ताक्षर अभियान व कोर्ट में जाने का इशारा रईस शेख ने दिया है.
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