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भिवंडी की सड़कों पर हुए गड्ढों के कारण नागरिकों का पैदल चलना दूभर हो गया है, जिसकारण उद्योग नगरी के नाम से प्रसिद्ध भिवंडी की पहचान 'गड्ढों वाले शहर' की हो गई है।भिवंडी मनपा द्वारा सड़क मरम्मत के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च करने के बावजूद निम्न दर्जे का काम होने के कारण शहर के मुख्य मार्गों सहित पूरे शहर के सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है। शहर की सभी सड़कों पर गड्ढों का साम्राज्य हो गया है, भिवंडी की सड़कों पर हुए गड्ढों को लेकर स्थानीय नागरिकों का कहना है कि महाराष्ट्र में शायद ही ऐसा कोई शहर होगा जहां की सड़कों पर असंख्य गड्ढें होंगे। सड़कों पर हुए गड्ढों के कारण मनपा प्रशासन सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति नागरिकों में भारी असंतोष व्याप्त हैै।
भिवंडी के मुख्य मार्ग कल्याण रोड से लेकर शहर की प्रत्येक सड़कों पर जगह-जगह हुए गड्ढों को बचाने के चक्कर में जहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं वहीं वाहन चालकों को अपनी जान जोखिम में डालकर वाहन चलाना पड़ रहा है। सड़कों पर हुए गड्ढों का शिकार अधिकतर दो पहिया वाहन चालकों को विशेष रूप से एक्टिवा स्कूटर चलाने वालों को होना पड़ रहा है। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि मनपा मुख्यालय,प्रांत कार्यालय, पुलिस उपायुक्त एवं भिवंडी न्यायालय के सामने पुराने आगरा रोड पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे हो गे हैं। जिससे बड़े वाहनों सहित हजारों की संख्या में नागरिक यहां के कार्यालयों में विभिन्न कामों के लिये आते-जाते हैं। इसी प्रकार तहसील कार्यालय,सेतू कार्यालय,पंचायत समिति, निबंधक कार्यालय, भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन, अपराध अनवेषण विभाग,तलाठी कार्यालय सहित अन्य सरकारी कार्यालयों के सामने सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं। इन कार्यालयों में आने वाले लोगों को बड़े-बड़े गड्ढों में जमा गंदा पानी पार करने के लिए लंबी कसरत करके आना पड़ रहा है। वाहन चालकों द्वारा गड्ढों को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाओं का घटित होने में वृध्दि हो रही है। मनपा आयुक्त सहित इन कार्यालयों में बैठने वाले अधिकारी भी सड़कों पर हुए गड्ढों को नजरअंदाज करके आ जा रहे हैं जो सहर के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है।
शहर के मुख्य मार्ग कल्याण रोड,खदान रोड,गायत्रीनगर रोड,कल्याण नाका,कमला होटल, हाथी साइजिंग, सिटीजन हॉस्पिटल व सुभम हॉस्पिटल के सामने,तीनबत्ती, शिवाजी चौक,वंजारपट्टी नाका,आनंद दिघे चौक,अंजुरफाटा,देवजीनगर, भंडारी कंपाउंड,दरगाह रोड, ईदगाह रोड,बंदर मोहल्ला, इस्लाम पूरा उर्दू रोड,नागांव सलामत पूरा, फैजान कंपाउंड,एसटी से गायत्रीनगर,गणेश सोसायटी रोड सहित शहर की सभी सड़कों पर जानलेवा गड्ढे हो गे हैं। अनमोल होटल से फातिमानगर पर हजारों की संख्या में गड्ढों के साथ उसमें इतना कीचड़ भरा हुआ है कि उसमें पैदल चलना मुश्किल हो गया है। गड्ढों के कारण दो पहिया वाहनों सहित रिक्शा एवं कार आदि वालों को भी भारी कसरत करनी पड़ रही है। सड़कों पर हुए गड्ढों के कारण यातायात बाधित होने से सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों एवं मरीजों को उठानी पड़ रही है। यातायात बाधित होने के दौरान एम्बुलेंस का सायरन बजता रहता है लेकिन उसे भी जाने का रास्ता नहीं मिल पाता है। यातायात बाधित होने के कारण 10 से 15 मिनट की दूरी तय करने में लोगों को दो-दो घंटे का समय लग जा रहा है।
जानलेवा गटर
सड़कों पर हुये बड़े-बड़े गड्ढों के साथ ही मनपा की लापरवाही के कारण सड़कों के किनारे टूटे हुए गटर भी जानलेवा बने हुए हैं। शिवाजी चौक के पास राहुल मेडिकल स्टोर के सामने गटर टूटा हुआ खुला पड़ा है। बारिश के दौरान शिवाजी चौक पर चार से पांच फिट तक पानी भर जाता है। पानी भरने के दौरान यदि कोई इस खुले गटर में गिरता है उसका मिलना और बचना दोनों मुश्किल हो जाएगा। राहुल मेडिकल स्टोर की तरह शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नालों के चेंबर खुले हुए हैं। लेकिन मनपा प्रशासन खुले हुए चेंबरों के प्रति भी उदासीन है। शायद किसी बड़ी दुर्घटना की प्रतीक्षा में है, इसी प्रकार आसबीबी- खदान रोड, शास्त्रीनगर स्थित मक्का मस्जिद के सामने चढ़ाई पर बड़े-बड़े गड्ढों में आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन दुर्घटनाओं की चिंता न तो मनपा को है और न ही जनप्रिनिधियों को जो शहर के एक गंभीर समस्या बनी हुई है।
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