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-बरसात और बाढ़ के पानी से बही सड़कों की दशा में नहीं हुआ सुधार, ग्रामीणों को आश्वासनों की घूंटी पिला भूल गए वादा जनप्रतिनिधि और अधिकारी

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। जिले के पटेहरा विकास खण्ड की प्रमुख सड़कें अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा की कहानी कह रही है। जो बीते 5 जुलाई की रात में तेज बरसात से टूट गयी थी जिनकी दशा में आज तक कोई सुधार नहीं हो पाया है। जबकि तत्कालीन समय ग्रामीणों के दुःखों पर मरहम लगाने आये अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया था कि बरसात और बाढ़ के कारण खराब हुई और बह गई सड़कों का तेजी के साथ निर्माण कराये जाने के साथ सभी सम्पर्क मार्गो की दशा में सुधार कराया जायेगा। लेकिन कई महिने बीत जाने की बाद भी न तो सड़कों की दशा में सुधार हो पाया है और ना ही इधर कोई झांकने तक आया है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। बताते चले कि यदि अधिकारी या सम्बन्धित क्षेत्रीय नेताआं, जनप्रतिनिधियों का भ्रमण गांव में होता तो शायद ये टूटी सड़के तब की ही बन गयी होती। लेकिन नहीं ऐसा हुआ नहीं क्षेत्र की टूटी सड़के बताती है कि सरकार और उसके नुमाइंदे व जनप्रतिनिधि क्षेत्र खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के प्रति कितने गंभीर हैं। इन सड़कों पर से गुजरने वाले लोगो को 3 से 5 किलो मीटर का चक्कर लगाना होता है ऐसे में समझा जा सकता है उनकी पीड़ा और परेशानी को। लोगों के मुंख से बरबस ही निकल पड़ता  है कि काश! जिलाधिकारी औचक निरीक्षण कर जाते इन क्षेत्रों का तो शायद इसकी दशा में सुधार हो जाता। गौरतलब हो कि बीते वर्ष बाढ़ और बरसात से क्षेत्र के लालगंज रोड से कुहकी मार्ग, लालगंज रोड से देवरी दुबार खास मार्ग, दीपनगर से मुस्किरा मार्ग,लालगंज रोड से खनवर दुबार मार्ग, ककरद से पिउरी मार्ग, मलुआ से पड़रिया खुर्द आदि मार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुए थे जिनकी दशा में आज तक सुधार नहीं हो पाया है। जिससे दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।



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