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चंद लोगों की कारगुजारियों से आहत हो रही है आस्था की नगरी विंध्याचल

-पुलिस और सफेदपोशों के गठजोड़ से फलफूल रहा है मादक पदार्थो से लेकर जुएं, सट्टेबाजी का अड्डा, ठोस कार्रवाई के बजाए इलाकाई पुलिस करती है कोरम पूरा

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी 

मीरजापुर। देश के कोने-कोने में विख्यात आस्था की पावन नगरी चंद लोगों की कारगुजारियों से आहत हो रही है। वहीं यहां आने वाले भक्तों की आस्था को भी ठेस पहुंच रहा है। वजह बन रहा है यहां बिक रहे मादक पदार्थ और जुए से लेकर सट्टेबाजी के संचालित हो रहे अड्डें। आस्था की नगरी में समय-समय पर होने वाली कार्रवाई के बाद भी कस्बे के कई स्थानों पर क्रिकेट के नाम पर सट्टेबाजी का खेल बदस्तूर जारी है तो वहीं अवैध मादक पदार्थो से लेकर अन्य अवैध काम भी यहां जोरों पर हो रहे हैं। पिछले दिनों कटरा पुलिस ने आधा दर्जन के करीब सट्टेबाजों को पकड़ा था और उनके खिलाफ विधि कार्रवाई की गई थी। बावजूद इसके स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यह खेल जारी होने के साथ सट्टेबाजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। विंध्याचल पुलिस ने भी 4 लोगों को सट्टेबाजी के आरोप में पकड़ा पर लक्ष्मी के खेल में बाजीगरी दिखाने वाली विंध्याचल पुलिस ने चारों आरोपियों को जुआ एक्ट के मामूली धाराओं में कार्रवाई कर मुचलका पर छोड़ दिया। इसकों लेकर खूब चर्चा है। एक ओर जहां जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी जिले में अपराध रोकने के साथ शांति कायम करने की दिशा में दिन-रात एक किए हुए हैं वहीं विंध्याचल जो एक धार्मिक नगरी है में सट्टेबाजों की बम-बम है। विंध्याचल का चर्चित जुआ रहा हो या चाहे सट्टेबाजी सबकुछ जोरों पर है। स्थानीय पुलिस इसे जड़ से समाप्त करने के मामले में पूरी तरह से विफल है। बताया जाता है कि पिछले दिनों सर्विलांस सेल की टीम और क्राइम ब्रांच टीम के सहयोग से स्थानीय पुलिस ने चर्चित सट्टेबाज को गिरफ्तार किया था। लेकिन लक्ष्मी के खेल की बाजीगरी में महारत हासिल करने वाले सट्टेबाजों के आकाओं ने उन्हें रातों रात मुचलका पर छुड़ा लिया। जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। बताते चले कि लम्बे अर्से से विंध्याचल में सट्टेबाजी का खेल धार्मिक नगरी में हो रहा है। जिस पर तमाम प्रयासों के बाद भी रोक नहीं लग पा रहा है और ना ही इसे जड़ से समाप्त किया जा सका है। मजे कि बात है कि अवैध मादक पदार्थो के खिलाफ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी द्वारा चलाये गए अभियान का यहां तनिक भी असर होता दिखलाई नहीं दे रहा है। इनकी गिरफ् में आकर तमाम लोगों की पारिवारिक स्थिति जहां खराब हुई है वहीं सट्टेबाजी के खेल में लिप्त आकाओं की बम-बम हो रही है। जुंए, सट्टेबाजी से लेकर मादक पदार्थो की जकड़न में आये लोगांे के घरों में जहां फांकाकसी की नौबत उत्पन्न हो गई है तो वहीं पुलिस और सट्टाबाजी के धंधे में लिप्त आकाओं की चांदी कट रही है। जंुए और सट्टेबाजी की जद में आकर कर्ज के दलदल में फंसे विंध्याचल से कई परिवार के नौजवान पलायन को भी विवश हुए है तो कई सबकुछ लुटा कर तबाह हो टहल रहे हैं। बताते चले की पिछले कई वर्षों से विंध्य क्षेत्र में संचालित होते आ रहे अंर्तजनपदीय जुए के अड्डे को पूर्व में आईजी वाराणसी परिक्षेत्र के हस्तक्षेप पर सक्रिय हुई वाराणसी की पुलिस ने लाखों रुपए सहित दर्जनों जुआड़ियो को गिरफ्तार किया था। जिसको लेकर जिले सहित स्थानीय पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी। यहां जुंए का अड्डा काफी दिनों से संचालित हो रहा था। जिसमें पुलिस व इस कारोबार को शह प्रदान किए आकाओं को मैनेज किया गया था। इस कार्रवाई के बाद गुपचुप ढंग से इसे संचालित तो किया जाता रहा है, लेकिन जैसे ही शासन-सत्ता बदला है वैसे ही इनकी सक्रियता फिर से बढ़ उठी है। प्रबुद्वजनों ने जिले के तेजतर्रार पुलिस कप्तान सहित शासन के उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ठ कराते हुए उनकी नजरे इस ओर इनायत की है ताकि यहां की आहत होती आस्था को बचाया जा सके।

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