Ads (728x90)

-सत्ताधारी दल से जुड़े किसानों की दिखी तादात, किसी को निमंत्रण को किसी को पूछा तक नहीं गया

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। जिला मुख्यालय से सटे पिपराडाढ़ स्थित कृषि फार्म हाउस में आयोजित किसान मेेले में अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा। जिससे कई किसानों में निराशा देखी जा रही है। दबी जुबान लोगों में चर्चा है कि किसान मेले में सम्मानित किए गए किसान दल विशेष राजनैतिक पार्टी समर्थित रहे हैं। इसकी सूची बनाने वाले अधिकारियों ने तुष्टिकरण की नीति अपनाते हुए चापलूसी की हद कर दी। शासन के मंशानुसार योजनाओं को उत्साह पूर्वक शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वालों किसानों को इस कार्यक्रम से उपेक्षित किया गया है। वहीं बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार के बजाए प्रचार-प्रसार के नाम पर धन का बंदरबांट कर व्यवस्थाओं के जगह अव्यवस्थाओं का आलम दिखलाई दिया है। कार्यक्रम की व्यवस्था बेहतर बनाने का दावा हवा हवाई साबित हुआ है। कुछ किसानों को तो देर से पहुंचनेे पर कूपन के अभाव में भूखों रहना पड़ा। आयुक्त के सम्बोधन के समय किसानों के सब्र का बांध टूटा और वे उठ खड़े हुए। वे सुबह से पानी तक नहीं मिलने का आरोप लगा रहे थे। कृषकों सहित तमाम पत्रकारों ने उप कृषि निदेशक पर भेदभाव पूर्ण ढंग से आमन्त्रण कार्ड वितरित कर गोलमाल करने का आरोप लगाया है। किसानों का आरोप है कि कार्यक्रम में सत्ताधारी दल से जुड़े किसानों को वरियता देते हुए किसी को आमंत्रित किया गया तो किसी को पूछा तक नहीं गया है। किसानों सहित प्रबुद्वजनों ने किसान मेला के नाम आयोजित कार्यक्रम के दौरान महकमें द्वारा व्यय किए गए राशि आदि की जांच कराने की मांग की है। ताकि किसान मेला के नाम पर खेले गए खेल का खुलासा हो स

Post a Comment

Blogger