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भिवंडी। एम एच पंडित ।खुले में शौच मुक्त हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार सहित मनपा द्वारा अंजाम दी गई तमाम उपाययोजना शौचालय लाभार्थियों की घोर लापरवाही के कारण भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है. मनपा स्वच्छता वीभाग द्वारा विगत 2 वर्षों में 5856 पात्र शौचालय लाभार्थियों का चयन करते हुए घर के अंदर शौचालय निर्माण किये जानें की मंजूरी व शर्तों के तहत आवश्यक निधि प्रदान किये जानें के बाद भी लाभार्थियों द्वारा शौचालय निर्माण में लापरवाही व भ्रष्टाचार किये जानें का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. मनपा आयुक्त डॉ .योगेश म्हसे नें लाभार्थियों से तत्परता से शौचालय निर्मित किये जानें की अपील की है अन्यथा मनपा नियमों के तहत कडक कार्रवाई किये जानें की चेतावनी दी है.

गौरतलब हो कि, केंद्र सरकार द्वारा अप्रैल 2015 में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुवात समूचे देश में की गई थी. महाराष्ट्र सरकार द्वारा सभी मनपा/नगर परिषद /ग्राम पंचायत को निर्देश दिया गया था कि, 31मार्च तक खुले में शौच मुक्त हो जाना है अन्यथा सरकारी अनुदान बंद कर दिया जाएगा. केंद्र व राज्य सरकार नें मनपा की सहभागिता द्वारा सभी मनपा/नगर परिषद /ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त हेतु नागरिकों की सुविधा हेतु घरों में शौचालय निर्मित किये जानें हेतु आवश्यक निधि 17 हजार रूपया उपलब्ध कराए जानें की मंजूरी देते हुए आवश्यक धनराशि का आवंटन किया था. भिवंडी मनपा क्षेत्र में कुल 5856 पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया था. घरों में शौचालय निर्माण हेतु लाभार्थियों को कार्य निर्माण के अनुसार (3 किस्तों में) राज्य सरकार से 8000/-रूपये, केंद्र सरकार से 4000/- एवं मनपा द्वारा 5000/- भिवंडी मनपा द्वारा दिया जाना निश्चित हुआ बताया जाता है.
मनपा सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, घरों में शौचालय हेतु पात्र पाए गये कुल 5856 लाभार्थियों में से अभी तक कुल 1795 लाभार्थी ही पूर्णरूपेण तरीके से मनपा मानक के अनुसार शौचालय निर्माण कर प्रयोग कर रहे हैं शेष 3878 लाभार्थियों को शौचालय निर्माण की प्रथम क़िस्त 6000/- रूपया प्रदान किया गया है जिसमें घर में शौचालय निर्माण किये जानें में असमर्थता जताते हुए 271 लाभार्थियों द्वारा धनराशि को वापस कर दिया गया है. मनपा द्वारा शौचालय निर्माण हेतु चयनित 44 लाभार्थियों नें कोई भी निर्माण कार्य न कर मनपा द्वारा शौचालय निर्माण हेतु दी गई प्रथम क़िस्त की धनराशि 6000/- रूपया भी डकार लिया व फरार हो गये हैं. मनपा द्वारा चयनित शेष शौचालय लाभार्थियों द्वारा मंथर गति से निर्माण कार्य किया जा रहा है. मनपा प्रशासन नें समुचित जानकारी के बाद शौचालय का पैसा डकारने वाले 44 लोगों पर पुलिस में आपराधिक मामला दर्ज कराया है. भिवंडी के अकार्यक्षम नागरिकों की बदौलत केंद्र सरकार द्वारा खुले में शौच मुक्त हेतु शुरू किया गया महत्वाकांक्षी स्वच्छता अभियान आंशिक रूप से फेल होनें की कगार पर है जिसके परिणामतः राज्य सरकार द्वारा मार्च 2017 की समयावधि बीत जानें के बाद तत्काल प्रभाव से मनपा को दिया जा रहा प्रतिमाह लगमघ 15 करोड़ रूपया का अनुदान बंद कर दिया गया है. आश्चर्य की बात यह है कि, स्वच्छता अभियान में मालेगाँव, उल्हासनगर आदि महानगरपालिका सफल साबित हुई वहीं भिवंडी मनपा फेल हो गई है.
उक्त मामले में मनपा आयुक्त डॉ . योगेश म्हसे नें जिम्मेदार अधिकारीयों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि, पात्र लाभार्थियों से जल्द शौचालय निर्माण कराएं. शौचालय निर्माण में आने वाली दिक्कतों को दूर करें. शौचालय निर्माण में लापरवाही व भ्रष्टाचार कदापि बर्दाश्त नही की जाएगा.

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