Ads (728x90)


मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मीरजापुर। परम पूज्य राष्ट्रीय संत मोरारी बापू ने नवरात्रि के पांचवे दिन राम कथा मानस श्रीदेवी कथा का शुभारंभ से पूर्व यहां के दैवीय शक्तियों को प्रणाम कर देवी के रूपों के बारे में वर्णन करते हुए कहा कि ’प्रेम नहीं होता तो इंसान के अंतःकरण में खुद-ब-खुद द्वेष उत्पन्न हो जाता है प्रतीक्षा करना ही साधना है। उन्होंने कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मंदिर जाने से उर्जा मिलता है तथा गंगा माता भी उर्जा की धारा बहती हैं यह भी उर्जावान है, रामायण मुझे अमृतपान करा देती है तीर्थो का मन के होने से ही दुख और सुख का अनुभव होता है। हमें हर चीज परेशान करती हैं हमें सभी चीजों से परेशानी मिलती है लेकिन मय अहम से अधिक परेशानी होती हैै। मां की वर्णन करते हुए तुलसीदास ने कहा कि मां से रूप मांगो रूप की निंदा मत करो, यदि किसी को रुप मिला है तो वह एक वरदान है इसी कड़ी मे बापू ने एक शायरी प्रस्तुत करते हुए कहा कि ’हुस्न को जो बदर देखते हैं,
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Disclaimer हमे आप के इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करे और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य मे कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह ईमेल hindustankiaawaz.in@gmail.com भेज कर सूचित करे । साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दे । जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।

Post a Comment

Blogger